हाथरस मामला: SIT ने शासन को भेजी रिपोर्ट, 5 दिन में क्या-क्या हुआ? इन सवालों के जवाब ढूंढने में हुई देरी

दो जुलाई को सूरज पाल के सत्संग में भगदड़ से 121 की हुई थी मौत सिकंदराराऊ के फुलरई गांव में दो जुलाई को सूरज पाल सिंह (नारायण साकार विश्वहरि) के सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 121 अनुयायियों की मृत्यु हुई थी।

दुर्घटना के बाद प्रशासनिक और पुलिस के साथ ही स्वास्थ्य विभाग की व्यवस्थाओं पर भी सवाल उठे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुर्घटना के दूसरे दिन ही एसआइटी गठित कर दी थी।

इसकी अध्यक्ष एडीजी अनुपम कुलश्रेष्ठ बनाई गईं।

अलीगढ़ की मंडलायुक्त चैत्रा वी. भी एसआइटी में शामिल थीं।

दोनों वरिष्ठ महिला अधिकारियों दुर्घटना के बाद से ही हाथरस में कैंप कर लिया। घटना से जुड़े सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ ही सेवादार, घायल और मृत अनुयायियों के स्वजन से भी बयान लिए।

सौ से अधिक लोगों के बयान दर्ज करने के साथ ही एसआइटी ने हाथरस के डीएम आशीष कुमार और एसपी निपुण अग्रवाल के भी बयान दर्ज किए।

दुर्घटना से जुड़े हर साक्ष्य को जुटाया गया।

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